17 मार्च 2025 को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सरकार पर "मैया सम्मान योजना" के तहत महिलाओं को धोखा देने का आरोप लगाया। यह टिप्पणी दुमका में बासुकीनाथ धाम की यात्रा के दौरान की गई, जहाँ उन्होंने अपने परिवार के साथ पूजा-अर्चना की।
रघुबर दास ने चुनाव से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) सरकार द्वारा किए गए वादों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस योजना के तहत 18 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को 2,500 रुपये मासिक भत्ता देने का आश्वासन दिया था। हालांकि, सत्ता में आने के बाद सरकार ने लाभ प्राप्त करने के लिए कई शर्तें लगा दीं। दास के अनुसार, इससे लाभार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि दिसंबर में लगभग 57 लाख महिलाओं को वादा की गई राशि मिली थी। लेकिन अब लाभार्थियों की संख्या में भारी कमी आई है। उन्होंने इसे राज्य की लाखों महिलाओं के साथ विश्वासघात बताया। दास ने सरकार पर अपने विकास के वादों को पूरा करने में विफल रहने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने मौजूदा प्रशासन की तुलना 2014 से 2019 तक की भाजपा नीत सरकार से की। उन्होंने साहिबगंज में गंगा नदी पर पुल निर्माण, नया एयरपोर्ट और देवघर में एम्स की स्थापना जैसी उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने दावा किया कि हेमंत सोरेन सरकार ने कोई महत्वपूर्ण विकास परियोजना शुरू नहीं की है।
रघुवर दास ने झारखंड में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी चिंता जताई। उन्होंने राज्य में हत्या, लूट और बलात्कार की बढ़ती घटनाओं की ओर इशारा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहे हैं। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा और संथाल परगना क्षेत्र में "लव जिहाद" और अवैध घुसपैठ जैसे अपराधों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने इन मुद्दों पर सरकार की चुप्पी की भी आलोचना की। उन्होंने इसे शर्मनाक बताया और तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने होली समारोह के दौरान गिरिडीह में हाल ही में हुई हिंसा के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं प्रशासन की विफलता को दर्शाती हैं।
अपने दौरे के दौरान रघुवर दास ने देवघर के बैद्यनाथ धाम में पूजा-अर्चना भी की। उनके साथ उनकी पुत्रवधू पूर्णिमा साहू भी थीं, जो जमशेदपुर पूर्व से विधायक हैं। पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने झारखंड के लोगों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
रघुवर दास द्वारा लगाए गए आरोपों ने राज्य में राजनीतिक बहस छेड़ दी है। हेमंत सोरेन सरकार ने अभी तक इन आरोपों का जवाब नहीं दिया है। महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से "मैया सम्मान योजना" शुरू की गई थी। हालांकि, इसे लेकर उठे विवाद ने इसके क्रियान्वयन और प्रभावशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य में यह मुद्दा केंद्र बिंदु बन गया है। देखना यह है कि सरकार इन आरोपों का कैसे जवाब देती है और स्थिति को सुधारने के लिए क्या कदम उठाती है। फिलहाल झारखंड की जनता जवाब और कार्रवाई का इंतजार कर रही है।
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