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1962 का तीसरा आम चुनाव : नेहरू के Jharkhand News समाजवाद के विरोध में राजगोपालाचारी व रांची के पहले सांसद मसानी ने बनाई स्वतंत्र पार्टी, 13 में 6 सीटों पर कब्जा किया
मैंने अब तक आपको बताया कि स्वतंत्रता मिलने के बाद कैसे देश में Jharkhand News चुनाव आयोग बना। महज 50 दिनों में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का पहला आम चुनाव 1951-52 में और दूसरा चुनाव 1957 में हुआ। अब 10 साल के लोकतंत्र का अनुभव जनता को हो गया था। लोग सरकार के कामकाज और नीतियों को समझने लगे थे। नीतियों पर अपनी राय बनाने लगे थे।
आज हम बात करेंगे तीसरे आम चुनाव की जो साल 1962 में संपन्न हुआ। इसमें देश में 494 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव हुए। मैं तब एकीकृत बिहार का हिस्सा था। बिहार में उस समय 53 सीटें थीं और मेरे भू-भाग में 13 सीटें। इस बार गोड्डा नई संसदीय सीट बन गई थी। हां, वर्तमान का कोडरमा लोकसभा क्षेत्र अभी अस्तित्व में नहीं आया था।
बदलाव के इस दौर में चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, रांची के तत्कालीन सांसद मिनोचर रूस्तम मसानी उर्फ मीनू मसानी ने कुछ अन्य सदस्यों के साथ मिलकर एक नई पार्टी का गठन किया। 1959 में बनी इस पार्टी का नाम रखा गया स्वतंत्र पार्टी। इस दल की स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की समाजवादी नीति के विरोध में किया गया था। इस दल का मानना था कि लाइसेंस परमिट राज को समाप्त कर मुक्त अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया जाए।
व्यक्तिगत स्वतंत्रता दिए जाने से ही देश में समृद्धि आ सकती है। इस दल ने स्वतंत्र पार्टी ने देश के 14 राज्यों के 173 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। कांग्रेस पार्टी को कड़ी चुनौती मिली। स्वतंत्र पार्टी ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, झारखंड के 13 में 6 सीटों पर पार्टी का कब्जा हो गया। हालांकि, पार्टी की उम्र 15 साल भी नहीं हुई थी कि साल 1974 में इसका विलय भारतीय लोकदल में हो गया। इस दल को बाद में जमींदारों और उद्योगपतियों का हितैषी पार्टी माना जाने लगा था।
आज हम बात करेंगे तीसरे आम चुनाव की जो साल 1962 में संपन्न हुआ। इसमें देश में 494 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव हुए। मैं तब एकीकृत बिहार का हिस्सा था। बिहार में उस समय 53 सीटें थीं और मेरे भू-भाग में 13 सीटें। इस बार गोड्डा नई संसदीय सीट बन गई थी। हां, वर्तमान का कोडरमा लोकसभा क्षेत्र अभी अस्तित्व में नहीं आया था।
बदलाव के इस दौर में चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, रांची के तत्कालीन सांसद मिनोचर रूस्तम मसानी उर्फ मीनू मसानी ने कुछ अन्य सदस्यों के साथ मिलकर एक नई पार्टी का गठन किया। 1959 में बनी इस पार्टी का नाम रखा गया स्वतंत्र पार्टी। इस दल की स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की समाजवादी नीति के विरोध में किया गया था। इस दल का मानना था कि लाइसेंस परमिट राज को समाप्त कर मुक्त अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया जाए।
व्यक्तिगत स्वतंत्रता दिए जाने से ही देश में समृद्धि आ सकती है। इस दल ने स्वतंत्र पार्टी ने देश के 14 राज्यों के 173 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। कांग्रेस पार्टी को कड़ी चुनौती मिली। स्वतंत्र पार्टी ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, झारखंड के 13 में 6 सीटों पर पार्टी का कब्जा हो गया। हालांकि, पार्टी की उम्र 15 साल भी नहीं हुई थी कि साल 1974 में इसका विलय भारतीय लोकदल में हो गया। इस दल को बाद में जमींदारों और उद्योगपतियों का हितैषी पार्टी माना जाने लगा था।
एकीकृत बिहार में पहली बार जमशेदपुर से सीपीआई जीती
यहां की 13 सीटों में राजमहल, गोड्डा, दुमका, चतरा, गिरिडीह, धनबाद, हजारीबाग, रांची इस्ट व रांची वेस्ट, जमशेदपुर, सिंहभूम, लोहरदगा व पलामू शामिल थीं। इनमें छह सीटों चतरा, हजारीबाग, गिरिडीह, रांची इस्ट, लोहरदगा और पलामू में स्वतंत्र पार्टी की जीत हुई। सिंहभूम, रांची वेस्ट और राजमहल में झारखंड पार्टी का कब्जा हुआ। सीपीआई का खाता बिहार में पहली बार खुला। मेरे ही हिस्से आए जमशेदपुर से सीपीआई के उम्मीदवार उदयकर मिश्रा जीते। कांग्रेस पार्टी चार सीटों पर जीती।
झारखंड में 7 अप्रैल तक हीट वेव का यलो अलर्ट:40 डिग्री के पार जा सकता है तापमान; 8 से बदलेगा मौसम, बारिश की संभावना
झारखंड में तेज धूप के साथ अब हीट वेव का खतरा भी बढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने इसे लेकर 7 अप्रैल तक राज्य में हीट वेव का यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान प्रदेश के कई जिलों में तापमान 40 के पार जाने की पूरी संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार आज राज्य के दक्षिणी-पूर्वी भाग में गर्म हवा ( उष्ण लहर) की स्थिति बन रही है। 5 अप्रैल को पूर्वी भाग में इसका असर देखने को मिल सकता है। सात अप्रैल के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 8 और 9 अप्रैल को राज्य के कई जिलों में गर्जन के साथ बारिश की संभावना बन रही है। इस दौरान 30 से 40 किमी के बीच हवा भी चलने की संभावना है।
अभी और बढ़ेगा तापमान
मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान में बढ़त देखने को मिल सकती है। राज्य में इस दौरान न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस से अधिकतम 40 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अगले एक से दो दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़त की संभावना जाहिर की है। इसका मतलब है कि राज्य में गर्मी का असर अभी और बढ़ेगा।
कैसा रहा मौसम का मिजाज
पिछले 24 घंटे के मिजाज पर नजर डालें तो राज्य में अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस जमशेदपुर में दर्ज किया गया है। जबकि सबसे कम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस तापमान गढ़वा का दर्ज किया गया है।
जिन जगहों के तापमान में पिछले 24 घंटे में बढ़ा परिवर्तन आया है, उनमें चाईबासा सबसे आगे हैं। यहां पिछले 24 घंटे में 2.7 डिग्री सेल्सियस तापमान में बढ़त आई है। इसके बाद जमशेदपुर दूसरे नंबर पर रहा जहां 1.9 डिग्री सेल्सियस की बढ़त आई है।
राज्य में न्यूनतम तापमान में भी बढ़त आ रही है। यहां सबसे ज्यादा बढ़त 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो बोकारो में रहा है।
भाजपा के गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे बोले:दुमका में झामुमो को नहीं मिल रहा प्रत्याशी, नलिन और स्टीफन लड़ने को तैयार नहीं
कोर्ट परिसर से बाहर निकालने के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि ऐसी जानकारी मिल रही है कि झामुमो के विधायक नलिन सोरेन और स्टीफन मरांडी ने दुमका लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। हेमलाल मुर्मू और हेमंत सोरेन भी यहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे। कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनना है, इसलिए वे गांडेय विधान सभा का उप चुनाव लड़ना चाहती हैं। सांसद ने कहा कि दुमका में सीता सोरेन के खिलाफ जो भी प्रत्याशी होगा सभी की जमानत जब्त हो जाएगी।
स्टीफन ने कहा-दूबे भ्रम फैला रहे, पार्टी टिकट देगी मैं लड़ूंगा
झामुमो विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी ने कहा-निशिकांत दूबे भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। संथालपरगना में झामुमो को कोई हरा नहीं सकता। भाजपा हमारे सामने कहीं नहीं टिकेगी। पार्टी मुझे दुमका लोकसभा क्षेत्र से टिकट देगी, तो मैं पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ूंगा।
नलिन बोले-हम चुनाव लड़ने से डरते नहीं हैं, भाजपा को हराएंगे
झामुमो विधायक नलिन सोरेन ने कहा-हम चुनाव लड़ते नहीं हैं। झामुमो का हर कार्यकर्ता हमेशा चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहता है। पार्टी हमें जिम्मेदारी देती है, तो उसका पूरी तरह से पालन करूंगा। भाजपा हमारे आसपास भी नहीं है। संथाल की तीनों सीटों पर भाजपा हारेगी। दूबे झूठ फैला रहे।
निशिकांत बोले-प्रदीप प्रत्याशी हुए तो मैं प्रचार भी नहीं करूंगा
निशिकांत ने कहा-गोड्डा से यदि झामुमो प्रत्याशी उतारता है या कांग्रेस प्रदीप यादव को प्रत्याशी बनाती है, तो मैं अपना चुनाव प्रचार भी नहीं करूंगा। नामांकन करने गोड्डा जाऊंगा, उसके बाद देवघर में बैठकर कहीं चाय पिऊंगा, तो कहीं खाना खाऊंगा। रिजल्ट लेने के लिए ही गोड्डा जाएंगे।
झामुमो में कल प्रत्याशियों पर चर्चा, कांग्रेस भी करेगी बैठक
प्रत्याशियों की घोषणा में हो रही देरी से उत्पन्न हो रही विरोधाभाष दूर करने के लिए झामुमो ने 5 अप्रैल को विधायक दल की बैठक बुलाई है। सुबह 11 बजे से सीएम हाउस में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की अध्यक्षता में यह बैठक होगी। इस बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों पर भी विधायकों की राय ली जाएगी। उसके बाद पार्टी अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। हालांकि, झामुमो ने बार-बार दुहराया है कि कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद झामुमो तत्काल अपने प्रत्याशियों की भी घोषणा कर देगा।
इधर, जानकारी के अनुसार कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की भी पांच अप्रैल को दिल्ली में बैठक प्रस्तावित है। उसी दिन कांग्रेस द्वारा भी घोषणा पत्र जारी किए जाने की भी संभावना है। अगर ऐसा हुआ तो पांच अप्रैल को प्रस्तावित चुनाव समिति की बैठक एक दिन टल सकती है। उम्मीद है कि कांग्रेस की इस बार होनेवाली चुनाव समिति की बैठक में झारखंड के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो सकती है। मालूम हो कि कांग्रेस ने अब तक अपने कोटे की रांची, गोड्डा, धनबाद सीट पर प्रत्याशी के नामों की घोषणा नहीं की है। साथ ही पलामू और चतरा को लेकर राजद के साथ जारी विवाद को भी नहीं सुलझाया है।
धनबाद लोकसभा सीट हमेशा से ही रही चर्चा में:धनबाद में कांग्रेस का विपक्षविहीन रथ 1967 में रानी ललिता राजलक्ष्मी ने रोका
धनबाद लोकसभा सीट हमेशा से ही चर्चा में रही है। इस चुनाव में भी हॉट सीट बनी हुई है। 1952 से अभी तक हुए चुनावों में भाजपा 7, कांग्रेस 6 और मासस 3 बार जीत चुकी है। एक बार निर्दलीय प्रत्याशी को जीत हासिल हुई है। मजेदार पहलू यह है कि कांग्रेस के विपक्ष विहीन अभियान को 1967 में रामगढ़ की रानी ललिता राजलक्ष्मी ने रोका था। कांग्रेस के दिग्गज सांसद पीआर चक्रवर्ती को हराकर कांग्रेस की लगातार जीत का सिलसिला तोड़ा दिया था।
कांग्रेस ने दिल्ली के विधायक रहे पीआर चक्रवर्ती को 1962 में धनबाद से उतारा था। विपक्ष मजबूत नहीं होने के कारण उनकी जीत हो गई। वहीं 1967 में राजा कामाख्या नारायण, छोटानागपुर संतालपरगना जनता पार्टी (बिहार के नेता प्रतिपक्ष) ने 1962 में हजारीबाग से सांसद रहीं ललिता राजलक्ष्मी को धनबाद से मैदान में उतार दिया। रानी का हेलीकॉप्टर और कारों का काफिला गांव-गांव तक पहुंचा और धनबाद को नया सांसद मिला।
पहले सांसद पीसी बोस के बाद 1962 तक कांग्रेस का कब्जा रहा
देश की आजादी के बाद 1952 में हुए पहले आम चुनाव में धनबाद (तत्कालीन मानभूम उत्तरी) सीट से कांग्रेस ने कद्दावर श्रमिक नेता पीसी बोस को उतारा था। बोस की अच्छी पैठ थी। वे मानभूम उत्तरी, धनबाद विधानसभा सीट से 1946 से 1952 तक विधायक भी रह चुके थे। देश में कांग्रेस की लहर और बोस जैसे कद्दावर नेता के आगे कोई टिक नहीं सका। 1956 में मानभूम से अलग धनबाद बनने के बाद 1957 के दूसरे चुनाव में भी बोस सांसद चुने गए। 1959 में उनके निधन के बाद मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस ने डीसी मल्लिक को उतारा, वे भी जीत गए। 1962 में दिल्ली के विधायक पीआर चक्रवर्ती को कांग्रेस ने धनबाद से उतारा, वे भी सांसद बन गए।
धनबाद सीट के 6 विधानसभा क्षेत्र में 22.40 लाख मतदाता
धनबाद लोकसभा सीट पर 6 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें 5 पर भाजपा और एक पर कांग्रेस का कब्जा है। बोकारो, चंदनकियारी, सिंदरी, निरसा और धनबाद में भाजपा के विधायक हैं, वहीं झरिया कांग्रेस कब्जे में है। इस लोकसभा सीट में कुल मतदाता 22,40,276 हैं। इनमें पुरुष मतदाता 11,74,067 और महिला वोटर्स 10,66,077 हैं।
भाजपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं:भाजपा ओबीसी मोर्चा 14 लोस क्षेत्रों में करेगा 400 सम्मेलन
भाजपा ओबीसी मोर्चा राज्य के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों में 400 सामाजिक सम्मेलन करेगा, अभी तक 38 कार्यक्रम कर चुका है। प्रदेश भाजपा कार्यालय में बुधवार को हुई ओबीसी मोर्चा की प्रदेश स्तरीय बैठक सह सोशल मीडिया कार्यशाला में यह जानकारी दी गई।
मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा की करनी और कथनी एक है। मोदी सरकार ने देश का चंहुमुखी विकास किया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने झारखंड में ओबीसी समाज को उचित प्रतिनिधित्व दिया है। बैठक में कर्मवीर सिंह, आदित्य साहु, कृष्णा महतो, देवनारायण प्रजापति आदि ने भी अपने विचार रखे।
बाजपेयी 4 से 8 तक विस क्षेत्रों में प्रवास पर रहेंगे
भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी 5 दिनों तक प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। वे 4 अप्रैल को बोकारो, 5 को बाघमारा और धनबाद, 6 को जमशेदपुर, 7 को सरायकेला व चाईबासा व 8 को खूंटी विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे। लोकसभा चुनाव की दृष्टि से विधानसभा स्तर पर पार्टी द्वारा गठित प्रबंध समिति, संचालन समिति की बैठकों को संबोधित करेंगे।
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